भोले बाबा का भजन : मेरे सिर पर गठरी भांग की 

watch on :-

https://youtu.be/VCett80EAYg?si=DZnqsMLBNNV2-_q6

 

वार्ता :-

जब सभी भक्तनी इकट्ठी हो के गंगा जी में स्नान करती हैं तो एक भक्तनी अस्नान करके भांग की गठरी सिर प रख के वो नीलकंठ की तरफ चलती है तो उसकी सहेली ने पूछा की बहन तू कहाँ जा रही है तो इस भजन के

द्वारा वो भक्तनी उस भक्तनी को क्या कहती है –

 

अंतरा :-

मेरे सिर प गठरी भांग की, हे मेरे सिर प गठरी भांग की

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

मेरे सिर प गठरी भांग की, हे मेरे सिर प गठरी भांग की

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

 

अंतरा :-

चली कर गंगा अस्नान मैं

चली कर गंगा अस्नान मैं

मेरे पाछै आई ध्यान मै

मेरे पाछै आई ध्यान मै

आड़ै भांग खड़ी भरपूर, भोला बैठा बाट मै

आड़ै भांग खड़ी भरपूर, भोला बैठा बाट मै

मेरे सिर प गठरी भांग की, हे मेरे सिर प गठरी भांग की

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

 

अंतरा :-

गोरा करै भांग की लामणी

गोरा करै भांग की लामणी

पड़ै रोज रगड़ क प्यावणी

पड़ै रोज रगड़ क प्यावणी

वो त रह नशे मै चूर, भोला बैठा बाट मै

वो त रह नशे मै चूर, भोला बैठा बाट मै

मेरे सिर प गठरी भांग की, हे मेरे सिर प गठरी भांग की

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

मेरे सिर प गठरी भांग की, हे मेरे सिर प गठरी भांग की

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

 

अंतरा :-

झरै झर – झर झरने पहाड़ मै

झरै झर – झर झरने पहाड़ मै

मेरी चुंदड़ी उलझगी झाड़ मै

मेरी चुंदड़ी उलझगी झाड़ मै

स पर्वत कितनी दूर, भोला बैठा बाट मै

स पर्वत कितनी दूर, भोला बैठा बाट मै

मेरे सिर प गठरी भांग की, हे मेरे सिर प गठरी भांग की

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

 

अंतरा :-

या तो बाणी कृष्ण लाल की

या तो बाणी कृष्ण लाल की

बणी 52 आले साल की

बणी 52 आले साल की

मेरा मिला नूर म नूर, भोला बैठा बाट मै

मेरा मिला नूर म नूर, भोला बैठा बाट मै

 

मेरे सिर प गठरी भांग की, हे मेरे सिर प गठरी भांग की

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

बेबे जाणा पड़ै जरूर, भोला बैठा बाट मै

 

 

 

Leave a Message

Related Post

About Us

A Huge Collection Of Aarti, Dharmik Bhajan, Mata Ki Bhete, Bala Ji Ke Bhajan, Kabir Ke Shabad, Guru Ke Satsang, Lugaiyo Ke Geet, Natak etc [ By Narender Kaushik, Bhagat Ramnivas ].

Instagram