Baba Jot Pe Aaja Ho Ho Mein Bahut Ghanee Duhkh Paee

बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी दुःख पाई
 
https://www.youtube.com/watch?v=-6Ao2zr3H0c
 
 
 
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी 
दुःख पाई
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी 
दुःख पाई 
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी 
दुःख पाई 
तेरे नाम की बनी भगतनि दुनिया बोली 
मारे
तेरे नाम की बनी भगतनि दुनिया बोली 
मारे
हो तेरे नाम की बनी भगतनि दुनिया बोली 
मारे
तेरे नाम की बनी भगतनि दुनिया बोली 
मारे
मेरे मर्ज का वेद मिला ने घूम  ली लू से सरे 
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी 
दुःख पाई
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी 
दुःख पाई
आगद पड़ोसन बाझ बतावा
बाघ  लिखा लिया ओढे  
आगद पड़ोसन बाझ बतावा
बाघ  लिखा लिया ओला   
हो आगद पड़ोसन बाझ बतावा
बाघ  लिखा लिया ओढे
आगद पड़ोसन बाझ बतावा
बाघ  लिखा लिया ओला 
इक लाल तू देदे बाबा 
कट जा सारा रोला 
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी 
दुःख पाई
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी 
दुःख पाई
पति तेरा से सदा भोला 
होया औलाद का तोडा  
पति मेरा  से सदा भोला 
होया औलाद का तोडा 
हो पति मेरा से सदा भोला 
होया औलाद का तोडा
पति मेरा  से सदा भोला 
होया औलाद का तोडा
सास मेरी ने हाथ पकड़ लिया 
परानी ने सिरे फोड़ा
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी
दुःख पाई 
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी 
दुःख पाई
सारा कुनबा को में आवे पीछे पड़ी कुरानी 
सारा कुनबा को में आवे पीछे पड़ी कुरानी
हो सारा कुनबा को में आवे पीछे पड़ी कुरानी
लुक लुक के यु रोना पड़गा 
होगी रात बितानी 
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी
दुःख पाई
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी
दुःख पाई
नू कहें न लगी बाबा 
आज में आखिरी फैसला जीवन का कर के आई हु बाबा 
आप ने मेरी विनती मेरी पुकार को नहीं सुना 
तो में जहर माँगा के पि लू गई बाबा 
देखिए बाबा तेरे दरबार में अनेक दुखियो के दुःख दूर होते हे 
सो आज तेरी दुखिया बैठ के पुकार रही हे 
कैसे 
तू ने आया त बाबा में जहर माँगा के पि लू 
तू ने आया त बाबा में जहर माँगा के पि लू 
हो तू ने आया त बाबा में जहर माँगा के पि लू 
तू ने आया त बाबा में जहर माँगा के पि लू 
इक बेटे की भिक घाल दे 
लाड लगा जी लू 
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी
दुःख पाई
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी
दुःख पाई
इतना काम बना दे बाबा फिर भवन पे आउ
इतना काम बना दे बाबा फिर भवन पे आउ
मेरा इतना काम बना दे बाबा फिर भवन पे आउ
इतना काम बना दे बाबा फिर भवन पे आउ
नेश गुनिया न कहे से में कौशिक ने भुलवौ 
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी
दुःख पाई
हो बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी
दुःख पाई
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी
दुःख पाई
बाबा जोत पे आजा हो हो में बहुत घनी
दुःख पाई