Ho Shivshankar Bholenath Zaruri Jaana Se
https://www.youtube.com/watch?v=RXkxBNuF4BE
राजा दक्ष ने महायज्ञ का शुभारंभ करवाया उसमें सभी देवता और मनुष्यों को बुलाया लेकिन उसने शंकर भगवान
और सती को नहीं बुलाया तो उधर से सती को पता चलता है कि मेरे बाबुल ने यज्ञ का शुभारंभ करवाया है तो वो
शंकर भगवान से अपने मायके जाने की जिद्द करती है तो शंकर भगवान उन्हें मना करते हैं लेकिन वो अपनी
जिद्द पर अटल रहती है और इस भजन के द्वारा शंकर भगवान को क्या कहती है –
हो शिवशंकर भोलेनाथ जरूरी जाणा स
हो शिवशंकर भोलेनाथ जरूरी जाणा स
हो मेरी सुण ले भोली बात करै धिंगताणा स
मेरी सुण ले भोली बात करै धिंगताणा स
हो शिवशंकर भोलेनाथ जरूरी जाणा स
मेरी सुण ले भोली बात करै धिंगताणा स
मात – पिता सब कुटुंब – कबीला सब आवै रिश्तेदार
मात – पिता सब कुटुंब – कबीला सब आवै रिश्तेदार
हो मतलब कारण बात करै स्वार्थ की दुनिया सारी
मतलब कारण बात करै स्वार्थ की दुनिया सारी
डट आऊँगी दो राज जरूरी जाणा स
डट आऊँगी दो राज जरूरी जाणा स
हो मेरी सुण ले भोली बात करै धिंगताणा स
हो शिवशंकर भोलेनाथ जरूरी जाणा स
तेरे पिता की मेरी गेल्या होरी सती लड़ाई
तेरे पिता की मेरी गेल्या होरी सती लड़ाई
सब न जाकै समझा दूँगी तू भी कर ले माई
सब न जाकै समझा दूँगी तू भी कर ले माई
तेरे चढ़ रही सिर प तार करै धिंगताणा स
तेरे चढ़ रही सिर प तार करै धिंगताणा स
हो मेरी सुण ले भोली बात करै धिंगताणा स
हो शिवशंकर भोलेनाथ जरूरी जाणा स
हाथ जोड़ क भोली बोली सुण ले भोले अर्जी
हाथ जोड़ क भोली बोली सुण ले भोले अर्जी
नूँ हम न बदनाम करै स कर री मन की मर्जी
नूँ हम न बदनाम करै स कर री मन की मर्जी
हो मेरे दो घण ले ज्या साथ करै धिंगताणा स
हो मेरे दो घण ले ज्या साथ करै धिंगताणा स
हो शिवशंकर भोलेनाथ जरूरी जाणा स
हो मेरी सुण ले भोली बात करै धिंगताणा स
हो शिवशंकर भोलेनाथ जरूरी जाणा स
कृष्णलाल चली फिर गोरा बात पति की मानी ना
कृष्णलाल चली फिर गोरा बात पति की मानी ना
जलकै भस्म होई हवन मै किसे न पहचानी ना
जलकै भस्म होई हवन मै किसे न पहचानी ना
थारी इसी बीरां की जात करै धिंगताणा स
थारी इसी बीरां की जात करै धिंगताणा स
हो शिवशंकर भोलेनाथ जरूरी जाणा स
हो मेरी सुण ले भोली बात करै धिंगताणा स
हो शिवशंकर भोलेनाथ जरूरी जाणा स
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