Re Nar Soch Samajh Ke Chal Budhapa Aavega

https://www.youtube.com/watch?v=gCeZi4INlv0

र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
आवैगा, आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
सदा रह ना तेरी मस्त जवानी
सदा रह ना तेरी मस्त जवानी
हो जैसे ढलै ओस का पानी
जैसे ढलै ओस का पानी
तू करता फिरै मलाल, बहोत दुख पावैगा
हो तू करता फिरै मलाल, बहोत दुख पावैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
हो डग – डग हालै नाड़ तेरी र
डग – डग हालै नाड़ तेरी र
दाँत रह ना जाड़ तेरी र
दाँत रह ना जाड़ तेरी र
ये घाल कुण मै खाट, तू पड़ा लखावैगा
हो तेरी घाल कुण मै खाट, तू पड़ा लखावैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा

आवैगा, आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
हो जब आवैगा तेरा र बुलावा
जब आवैगा तेरा र बुलावा
हो यम रोपै गे अपना धावा
यम रोपै गे अपना धावा
तनै खाज्या जपणी काल, कौण छुटवावैगा
हो तनै खाज्या जपणी काल, कौण छुटवावैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
हो जब आवै यमदूतां की टोली
जब आवै यमदूतां की टोली
हो बंद करै तेरी बोली ठोली
बंद करै तेरी बोली ठोली
उठै सौ – सौ मण की झाल, घणा पछतावैगा
उठै सौ – सौ मण की झाल, घणा पछतावैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
आवैगा, आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा

हो कुटुंब – कबीला र तेरे गोती – नाती
कुटुंब – कबीला र तेरे गोती – नाती
हो साथ चलै ना तेरे संग के साथी
साथ चलै ना तेरे संग के साथी
यो धरया र रह धन – माल, एकला जावैगा
यो धरया र रह धन – माल, एकला जावैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
हो माला जप लो श्री राम की
माला जप लो श्री राम की
हो ये विनती है मुशींराम की
ये विनती है मुशींराम की
तेरे कट ज्यांगे मोह – जाल, हरि गुण गावैगा
हो तेरे कट ज्यांगे मोह – जाल, हरि गुण गावैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
आवैगा, आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा
र नर सोच – समझ क चाल, बुढापा आवैगा

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