a

 

 

BHAGAT RAMNIWAS = 16 उस मन मोहन का पावना कोई हांसी खेल नहीं सै - BHAGAT DHANNA JAAT KA BHAJAN - 2023

watch at :- https://youtu.be/uATPCk3dSz4?si=HB7hLzIgrjKFYZxt

वारता :- बताते है  इस चमत्कार को देख कर के  धना  भगत  की  की धरम पत्नी थी वो बड़ी सर्मिन्दा होती है  और हाथ जोड़  कर    धना  भगत से कहती है है  पति देव  मेरे को शमा करो मुझे मालूम नहीं था  आप सत्य है में असत्य हु  और धना से  आपने कल्याण का मार्ग पूछती है  जवाब में धना

कहता है है बावली  उस मालिक  का पावना को हसी खेल बात नहीं है  भोत कठिन मार्ग है  कैसे बताया है 

अंतरा :1   उस मन मोहन का पावना  रे कोई हांसी खेल नहीं सै

               मन मोहन का पावना  रे कोई हांसी खेल नहीं सै

               मन मोहन का पावना  रे कोई हांसी खेल नहीं सै

वारता :-   तो पूछती है स्वामी जी  जब अपने दर्शन हो गए है तो इस में कोनसी कठिन बात है  मेरे को भी में भी तो आपकी आदि में ते सादी हु 

 मेरे को भी मार्ग दर्शाओ  बला रे बोली जैसे परलादभगत अग्नि में बैठ गया था  तू  तो  सत्संग में भी नहीं बैठ सकती अग्नि में तो बैठना बहोत दूर  की बात  कैसे बताया 

अंतरा :2  सरधा कर के प्रेम भजन में

              सरधा कर के प्रेम भजन में 

              बैठ गया परलाद अगन में 

               बैठ गया परलाद अगन में 

            अग्नि में जल जल जावना रे कोई हांसी खेल नहीं सै

             मन मोहन का पावना  रे कोई हांसी खेल नहीं सै

            उस मालिक  का पावना  रे कोई हांसी खेल नहीं सै

अंतरा :3 बिलनी द्रोपती   मीरा    बाई 

            बिलनी द्रोपती   मीरा    बाई 

             इस दुनिया ने बहोत सताई 

               इस दुनिया ने बहोत सताई 

              लुट  पिट के ग़म खावना  रे  कोई हांसी खेल नहीं सै

              मन मोहन का पावना  रे कोई हांसी खेल नहीं सै

              मन मोहन का पावना  रे कोई हांसी खेल नहीं सै

            किर्ती कंचन और कामनी

               किर्ती कंचन और कामनी  

              चोरी जारी जुआ  जामनी 

             चोरी जारी जुआ  जामनी 

            मन माया ते समझावना  रे कोई हांसी खेल नहीं सै

            मन मोहन का पावना  रे कोई हांसी खेल नहीं सै

           उस मालिक  का पावना  रे कोई हांसी खेल नहीं सै

वारता : -  ब्यटा धना भगत ने की जितने भी भगत इस दुनिया में होये है सब  ने बहोत कष्ट उठाये है  तब जा कर के उनका नाम भगत  पड़ा है और इतनी  महनत तुम मेरे साथ नहीं कर सकती  कैसे बताया 

 अंतरा :4  कृष्ण लाल गुरु जी के दर्शन 

               कृष्ण लाल गुरु जी के दर्शन 

               चंदरभान सन तू है पर्शन 

               चंदरभान सन तू है पर्शन 

               सतगुरु  का गुन गावणा  रे  कोई हांसी खेल नहीं सै

              मन मोहन का पावना  रे कोई हांसी खेल नहीं सै

              उस मालिक  का पावना  रे कोई हांसी खेल नहीं सै

 varta :-Dost hai is chamatkaar ko dekh kar ke dhana bhagat kee dharm patnee thee vo badee saraminda hotee hai aur haath jod kar dhana bhagat se kahatee hai pati dev mere ko shama karo mujhe koee aapatti nahin thee aap saty hain Aur dhana se aapane kalyaan ka maarg prashnottaree dhana mein hai

Kaha jaata hai baavalee us maalik ka poora ko hasee khel kee baat nahin hai bahut kathin maarg hai kaise bataaya gaya hai

Antra :1   Us man mohan ka pyaara re koee haansee khel nahin sai

                Man mohan ka pyaara re koee hansee khel nahin sai

                Man mohan ka pyaara re koee hansee khel nahin sai

 varta :-  To poochha svaamee jee jab aapake darshan ko gae to is baare mein ek kathin baat hai mere bhee to aapake aadi mein te saadee hu

 Mere ko bhee maarg darshano bala re bolee jaise pralaadabhagat agni mein baithe the too to satsang mein bhee nahin baith sakata agni mein to eesa bahut door kee baat kaise bataee gaee

Antra :2   Saarada kar ke prem bhajan mein

               Saarada kar ke prem bhajan mein

                 Pralhaad agan mein baith gaye

                Pralhaad agan mein baith gaye

                Agni mein jal jal jaavana re koee haansee khel nahin sai

               Man mohan ka pyaara re koee hansee khel nahin sai

               Us maalik ka pyaara re koee haansee gem nahin sai

Antra :3  Bilnee dropatee meera baee

               Bilnee dropatee meera baee

              Is duniya ne bahut sataaya

              Is duniya ne bahut sataaya

              Lut pit ke gam khaavana re koee hansee khel nahin sai

              Man mohan ka pyaara re koee hansee khel nahin sai

              Man mohan ka pyaara re koee hansee khel nahin sai

                Keerti kanchan aur kaamanee

               Keerti kanchan aur kaamanee

               Storeereez jua jaamanee

              Storeereez jua jaamanee

               Man maaya te samajhaavana re koee haansee khel nahin sai

               Man mohan ka pyaara re koee hansee khel nahin sai

              Us maalik ka pyaara re koee haansee gem nahin sai

 varta :-  Beeta dhana bhagat ne kee ek bhee bhagat is duniya mein hoye hai sabane bahut khaaye uthaaye hai tab ja kar ke unaka naam bhagat rakha hai aur itana mahaan tum mere saath nahin kar sakate kaise bataaya

Antra :1    Krshn laal guru jee ke darshan

                 Krshn laal guru jee ke darshan

               Chandrabhaan san tu hai parashaan

                Chandrabhaan san tu hai parashaan

                Sataguru ka gun gaavana re koee haansee khel nahin sai

              Man mohan ka pyaara re koee hansee khel nahin sai

              Us maalik ka pyaara re koee haansee gem nahin sai

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Leave a Message

Related Post

About Us

A Huge Collection Of Aarti, Dharmik Bhajan, Mata Ki Bhete, Bala Ji Ke Bhajan, Kabir Ke Shabad, Guru Ke Satsang, Lugaiyo Ke Geet, Natak etc [ By Narender Kaushik, Bhagat Ramnivas ].

Instagram