Ho man neki kar le, do din ka mehmaan

https://www.youtube.com/watch?v=mHedi88mF8I

और माया मरी ना मन मरे
और मर – मर गये शरीर
एक वा शास्त्र सिंहा ना मरी
यो कह गये संत कबीर

हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
जोरू लड़का कुटुंब कबीला
दो दिन का तन – मन का मेला
जोरू लड़का कुटुंब कबीला
दो दिन का तन – मन का मेला
अंतकाल उठ जब अकेला
अंतकाल उठ जब अकेला
.......................
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान

कहाँ से आया, कहाँ जायेगा
तन छूटे, मन कहाँ समायेगा जी
कहाँ से आया, कहाँ जायेगा
तन छूटे, मन कहाँ समायेगा जी
आखिर तुझको कौन कहेगा
आखिर तुझको कौन कहेगा
गुरूओं में मिलता नया ज्ञान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
कौन है तेरा सच्चा साईं
झूठी है ये जग अस्नाई जी
कौन है तेरा सच्चा साईं
झूठी है ये जग अस्नाई जी
कौन ठिकाना देना भाई
कौन ठिकाना देना भाई
यहाँ बस्ती का ना नाम
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान

रैकमाण यूँ खूब जल भरता
कभी भरै कभी खैल करता
रैकमाण यूँ खूब जल भरता
कभी भरै कभी खैल करता
अनेक बार तू जन मै मरता
अनेक बार तू जन मै मरता
क्यूँ करता रे अभिमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
सन् 84 भ्रम चौरासा
ऊँच नीच घर करता वासा जी
सन् 84 भ्रम चौरासा
ऊँच नीच घर करता वासा जी
कह कबीर जब छूटै गी सासा
कह कबीर जब छूटै गी सासा
ले गुरू का नाम
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान
हो दो दिन का मेहमान
हो मन नेकी कर ले, दो दिन का मेहमान

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