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तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं - Tu Aa
Mohan Pyare - नरेंद्र कौशिक के राधा कृष्ण भजन
https://youtu.be/ktMtJIa__RE?si=vTC3n6VcqwOcpbfH
व्रता ;-
प्रेमी भगत जो कोण की वो राधा कृष्ण भगवान को ने जाने कहा कहा तलाश करती है लेकिन
कृष्ण भगवना उसे नहीं मिलते तो राधा की आँखों से अश्रु दायरा बहती है और इस भजन के
द्वारा कृष्ण भगवान को केसे क्या कहती है
अंतरा :-
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
अंतरा :-
तालो पे दुंद आई धोबी से पूछ आई तालो पे दुंद आई धोबी से पूछ आई
तालो पे दुंद आई धोबी से पूछ आई तालो पे दुंद आई धोबी से पूछ आई
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
अंतरा :-
कुए पे दुंद आई जिमारी से पूछ आई कुए पे दुंद आई जिमारी से पूछ आई
कुए पे दुंद आई जिमारी से पूछ आई कुए पे दुंद आई जिमारी से पूछ आई
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
अंतरा :-
महलो में दुंद आई रानी से पूछ आई महलो में दुंद आई रानी से पूछ आई
महलो में दुंद आई रानी से पूछ आई महलो में दुंद आई रानी से पूछ आई
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
अंतरा :-
मंदिर में दुंद आई पंडित से पूछ आई मंदिर में दुंद आई पंडित से पूछ आई
मंदिर में दुंद आई पंडित से पूछ आई मंदिर में दुंद आई पंडित से पूछ आई
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
व्रता :-
प्रेमी भगत जनो राधा भगवान से कहती है देखिये मेने आपको कहा कहा नहीं डुंडा आप क कहते है
न की मेरे भगत मेरे को बड़े पुये है लेकिन में तेरे भगतो के पास गयी तू मुझे वह भी नहीं मिला तेरे
भगतो में तेरे प्रति कितना प्रेम था लेकिन तू fir भी वह नहीं गया कैसे कहती है
अंतरा :-
सत्संग में दुंद आई भगतो से पूछ आई सत्संग में दुंद आई भगतो से पूछ आई
सत्संग में दुंद आई भगतो से पूछ आई सत्संग में दुंद आई भगतो से पूछ आई
पाया रे प्यार घनेरा तुझे राधा बुलाती है पाया रे प्यार घनेरा तुझे राधा बुलाती है
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
व्रता ;-
प्रेमी भगत जो कोण की वो राधा कृष्ण भगवान को ने जाने कहा कहा तलाश करती है लेकिन
कृष्ण भगवना उसे नहीं मिलते तो राधा की आँखों से अश्रु दायरा बहती है और इस भजन के
द्वारा कृष्ण भगवान को केसे क्या कहती है
अंतरा :-
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
अंतरा :-
तालो पे दुंद आई धोबी से पूछ आई तालो पे दुंद आई धोबी से पूछ आई
तालो पे दुंद आई धोबी से पूछ आई तालो पे दुंद आई धोबी से पूछ आई
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
अंतरा :-
कुए पे दुंद आई जिमारी से पूछ आई कुए पे दुंद आई जिमारी से पूछ आई
कुए पे दुंद आई जिमारी से पूछ आई कुए पे दुंद आई जिमारी से पूछ आई
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
अंतरा :-
महलो में दुंद आई रानी से पूछ आई महलो में दुंद आई रानी से पूछ आई
महलो में दुंद आई रानी से पूछ आई महलो में दुंद आई रानी से पूछ आई
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
अंतरा :-
मंदिर में दुंद आई पंडित से पूछ आई मंदिर में दुंद आई पंडित से पूछ आई
मंदिर में दुंद आई पंडित से पूछ आई मंदिर में दुंद आई पंडित से पूछ आई
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
ना पाया रे पता तेरा तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
व्रता :-
प्रेमी भगत जनो राधा भगवान से कहती है देखिये मेने आपको कहा कहा नहीं डुंडा आप क कहते है
न की मेरे भगत मेरे को बड़े पुये है लेकिन में तेरे भगतो के पास गयी तू मुझे वह भी नहीं मिला तेरे
भगतो में तेरे प्रति कितना प्रेम था लेकिन तू fir भी वह नहीं गया कैसे कहती है
अंतरा :-
सत्संग में दुंद आई भगतो से पूछ आई सत्संग में दुंद आई भगतो से पूछ आई
सत्संग में दुंद आई भगतो से पूछ आई सत्संग में दुंद आई भगतो से पूछ आई
पाया रे प्यार घनेरा तुझे राधा बुलाती है पाया रे प्यार घनेरा तुझे राधा बुलाती है
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
तू आजा रे मोहन प्यारे तुझे राधा बुलाती हैं
Vrat ;-
Premee bhakt jo kon kee vo raadha krshn bhagavaan ko ne kaha hai kee talaash karata hai
lekin krshn bhagavaan use nahin mile to raadha kee aankhon se ashru mil gaya aur is
bhajan ke dvaara krshn bhagavaan ko kese kya kaha gaya hai
Antara :-
Too aaja re mohan priye raadha bulaatee hain too aaja re mohan priye saaree raadha
bulaatee hain
Too aaja re mohan priye raadha bulaatee hain too aaja re mohan priye saaree raadha
bulaatee hain
Antara :-
Talo pe dund aaee dhobee se prashn aaee talo pe dund aaee dhobee se prashn aaee
Talo pe dund aaee dhobee se prashn aaee talo pe dund aaee dhobee se prashn aaee
Na pae re pata tere raadha bulae gae hain
Na pae re pata tere raadha bulae gae hain
Too aaja mohan re priye raadha bulaatee hain
Too aaja mohan re priye raadha bulaatee hain
Antara :-
Kue pe dund aaee jimaree se prashn aaee kue pe dund aaee jimaree se prashn aaee
Kue pe dund aaee jimaree se prashn aaee kue pe dund aaee jimaree se prashn aaee
Na pae re pata tere raadha bulae gae hain
Na pae re pata tere raadha bulae gae hain
Too aaja mohan re priye raadha bulaatee hain
Too aaja mohan re priye raadha bulaatee hain
Antara :-
Mahalo mein dund aaee raanee se prashn aaee mahalo mein dund aaee raanee se prashn
aaee
Mahalo mein dund aaee raanee se prashn aaee mahalo mein dund aaee raanee se prashn
aaee
Na pae re pata tere raadha bulae gae hain
Na pae re pata tere raadha bulae gae hain
Too aaja mohan re priye raadha bulaatee hain
Too aaja mohan re priye raadha bulaatee hain
Antara :-
Mandir mein dund aaee pandit se prashn aaee mandir mein dund aaee pandit se prashn
aaee
Mandir mein dund aaee pandit se prashn aaee mandir mein dund aaee pandit se prashn
aaee
Na pae re pata tere raadha bulae gae hain
Na pae re pata tere raadha bulae gae hain
Too aaja mohan re priye raadha bulaatee hain
Too aaja mohan re priye raadha bulaatee hain
Vrat :-
Premee bhakt jaano raadha bhagavaan se kahate hain mainne kaha nahin dunda tum
kahate ho na kee mere bhagat mere bade ko bulae hain lekin tere bhagato ke paas diya too
mujhe vah bhee nahin mila tere bhagato mein tera prati kitana pyaar tha lekin too phir bhee
nahin gaya jaisa bataaya gaya hai
Antara :-
Satsang mein dund aaee bhagato se prashn aaee satsang mein dund aaee bhagato se
prashn aaee
Satsang mein dund aaee bhagato se prashn aaee satsang mein dund aaee bhagato se
prashn aaee
Re pyaare ghanera ko tum raadha bulaatee ho, re pyaare ghanera ko tum raadha bulaatee
ho
Too aaja mohan re priye raadha bulaatee hain
Too aaja mohan re priye raadha bulaatee hain